रॉ(RAW) एजेंट कैसे बनते हैं? भारत के रॉ एजेंट से संबंधित सभी जानकारियां हिंदी में। रॉ एजेंसी क्या होती है?

जैसे सभी देशों की एक खुफिया एजेंसी होती है तो ठीक वैसे ही भारत की भी एक खुफिया एजेंसी है जिसे हम संक्षेप में रॉ कहते हैं। रॉ एजेंसी भारत की अंतरराष्ट्रीय गुप्तचर संस्था है। इसके गठन के पहले एक विदेशी संस्था चल रही थी – अन्वेषण ब्यूरो। परन्तु भारत – चीन युद्ध और भारत पाकिस्तान युद्ध में अन्वेषण ब्यूरो अच्छी तरह से काम नहीं कर पाई। उसके पश्चात भारतीय सरकार को अत्यंत जरूरत पड़ गई एक ऐसी संस्था की जिसकी मदद से स्वतंत्र और सुचारू रूप से सभी घरेलू और बाहरी जानकारियां इक्कठा हो सके। आपको बता दें कि अभी तक इस एजेंसी को कानूनी दर्जा प्राप्त नहीं हुआ है। रॉ पर आरटीआई नहीं डाल सकते हैं क्योंकि इससे देश की सुरक्षा जुड़ी है।

कुछ महत्वपूर्ण बातें रॉ से संबंधित –

रॉ (RAW) एजेंसी क्या होता है? रॉ का सम्पूर्ण नाम क्या होता है?

रॉ का पूरा नाम रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RESEARCH AND ANALYSIS WING) होता है। यह एक ऐसी गुप्तचर संस्था है जो पूरी तरह से हर चीजें गुप्त रखती है। इसी एजेंसी के तहत हमारे विदेशी सरकारों और सेना की गतिविधियों पर नजर रखी जाती है। भारत के प्रति जागरूकता का निर्माण भी इसी के तहत होती है।अतांकवाद को रोकने में भी इसकी अहम भूमिका रहती है। 

रॉ एजेंसी का गठन कब हुआ था?

इसका गठन 21 सितंबर 1968 को भारत-चीन युद्ध और भारत पाकिस्तान युद्ध के बाद किया गया था और यह एक गुप्तचर संस्था है। सामंत गोयल इसके निदेशक है जो पंजाब के कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं।

रॉ एजेंसी का मुख्यालय कहां है?

इस खुफिया एजेंसी का मुख्यालय नई दिल्ली में है। रॉ का सिद्धांत होता है – जो व्यक्ति धर्म की रक्षा करता है वह हमेशा सुरक्षित रहता है।

सम्पूर्ण प्रकिया एक रॉ एजेंट बनने के लिए 

  • सबसे पहले आपको रॉ से संबंधित किसी भी प्रवेश परीक्षा में उत्तीर्ण होना होगा। जैसे आप डिप्टी फील्ड ऑफिसर,कैबिनेट सेक्रेटरी और गवर्नमेंट ऑफ इंडिया का फॉर्म भर सकते हैं।
  • नेशनल एकेडमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन का भी फॉर्म भर सकते हैं जो एसएससी के द्वारा आयोजित की जाती है।

यदि आप ऊपर दिए गए परीक्षाओं में सफल नहीं हो पा रहे हैं तो नीचे दिए गए जानकारियों को पढ़ें

  • डिफेंस सर्विस के तहत भी आप रॉ एजेंट बन सकते हैं
  • यूपीएससी परीक्षा में उत्तीर्ण होने के बाद आईपीएस या आईएफएस पर कार्यरत हो जाए उसके बाद रॉ बनने के रास्ता खुल जाएगा

वेतन

वेतन की बात करे तो बस इसका अंदाजा ही लगाया जा सकता है। क्योंकि रॉ एजेंसी में काम करने वाले एजेंट का नाम गुप्त रहता है। यह नौकरी स्थायी नहीं होता है। इसमें करीब 1 से 1.3 लाख रुपए प्रति माह मिलती होगी। 

योग्यता

  • सर्वप्रथम भारत का नागरिक होना चाहिए
  • स्नातक में उत्तीर्ण होना चाहिए
  • अंग्रेजी और कंप्यूटर का ज्ञान होना चाहिए
  • आवेदक को नशे की आदत नहीं होनी चाहिए
  • शारीरिक और मानसिक रूप से मस्त होना चाहिए
  • अवैवाहित होना चाहिये
  • किसी भी प्रकार का आपराधिक मामलों से जुड़ा नहीं होना चाहिए

Posted

in

by

Tags:

Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *