भारतीय योग शास्त्र के अनुसार 84 लाख आसन के बारे में बताया गया है। जो विभिन्न प्रकार के जीव जंतुओं के नाम पर आधारित है। परंतु इन आसनों के बारे में कोई नहीं जानता इसलिए भारतीय योग शास्त्रों ने 84 आसनों को ही प्रमुखता दिया गया है और वर्तमान जीवन शैली में 32 आसन ही प्रसिद्ध है।आसनों का अभ्यास शारीरिक मानसिक एवं आध्यात्मिक रूप से स्वस्थ, लाभ एवं उपचार के लिए किया जाता है।
हमें अपने शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए कम से कम इन मुख्य आसनों के बारे में जानना बेहद जरूरी है।
21 प्रमुख आसान योग आसन
1. भुजंगासन
लाभ :-
- कमर दर्द की परेशानियां दूर होती है।
- मेरुदंड मजबूत होता है।
2. बालासन
लाभ:-
- तनाव दूर होता है।
- शरीर संतुलित होता है।
- रक्त संचार सामान्य बना रहता है।
3. मर्जरियासन
लाभ:-
- शरीर को ऊर्जावान और सक्रिय बनाता है
- शरीर में लचीलापन आता है।
4. नटराज आसन
लाभ:-
- फेफड़ों की कार्य क्षमता को बढ़ाता है
- कंधों को मजबूत करता है
- पैर मजबूत होता है
5. हलासन
लाभ:-
- शरीर सुडौल बनता हैं।
- रीड की हड्डी लचीली होती है
- पेट का रोग, थायराइड, दमा, कफ़ तथा रक्त संबंधी रोगों में लाभदायक होता है।
6. सेतुबंध आसन
लाभ:-
- पेट की मांसपेशियां और जांघे मजबूत होती है।
- शरीर में ऊर्जा का संचार होता है
7. सुखासन
लाभ:-
- मन को शांति प्रदान करता है।
8. त्रिकोण मुद्रासन
लाभ :-
- शरीर का तनाव दूर होता है।
- शरीर में लचीलापन आता है।
9. कोणासन
लाभ:-
- कमर, रीढ़ की हड्डी ,छाती और कूल्हे में मौजूद तनाव दूर होता है।
10. उष्टासन
लाभ:-
- शरीर के अगले भाग लचीला और मजबूत बनता है।
- छाती फैलती है और फेफड़ा की कार्यक्षमता बढ़ता है।
11. वज्रासन
लाभ:-
- शरीर सुडौल बनता है।
- पीठ दर्द कमर दर्द की समस्या दूर होती है।
12. वृक्षासन
लाभ:-
- तनाव दूर करता है।
- पैरों में लचीलापन लाता है।
13. दंडासन
लाभ:-
- हिप्स और पेडू में मौजूद तनाव दूर होता है
- हिप्स और पेडू में लचीलापन आता है।
14. ताड़ासन
लाभ:-
- शरीर सुडौल रहता है।
- शरीर में संतुलन एवं मजबूती आती है।
15. अधोमुखी आसन
लाभ:-
- मेरुदंड को सीधा बनाता है।
- पैरों की मांसपेशियों को ताकतवर बनाता है।
16. शवासन
लाभ:-
- शरीर के थकान एवं मानसिक परेशानी को दूर करता है।
- शरीर में नई ऊर्जा का संचार होता है।
17. उत्कटासन
लाभ:-
- शरीर के नीचे हिस्से जैसे कमर घुटने एवं पैरों को मजबूत बनाता है।
- रीढ़ की हड्डियों को मजबूत बनाता है।
18. स्वास्तिकासन
लाभ:-
- पैरों का दर्द ठीक होता और पसीना आना दूर होता है ।
- पैरों का गर्म या ठंडापन दूर होता है।
- ध्यान हेतु बढ़िया आसन है।
19. गोमुखासन
लाभ:-
- अंडकोष वृद्धि एवं आंत वृद्धि में विशेष लाभ।
- धातु रोग, बहुमूत्र एवं स्त्री रोगों में लाभकारी ।
- यकृत गुर्दे एवं वक्षस्थल का बल देता है ।
- संधिवात, गठिया को दूर करता है
20. गोरक्षासन
लाभ:-
- मूलबंध को स्वाभाविक रूप से लगाने और ब्रह्मचर्य कायम रखने में यह आसन सहायक है।
- इंद्रियों की चंचलता समाप्त कर मन में शांति प्रदान करता है इसलिए इसका नाम गोरक्षासन है।
- मांसपेशियों में रक्त संचार ठीक रूप से होता है और लोगों को स्वस्थ रखता है।
21. योग मुद्रासन
लाभ:-
- चेहरा सुंदर होता है।
- स्वभाव विनम्र एवं मन एकाग्र होता है।